आज मै अपना पहला पर्र्सनल ब्लॉग लिखने जा रही हूँ जिसमे मैं अपने पर्सनल लाइफ के बारे में बताऊंगी जिसे पढ़कर आपके अंदर नए संघर्ष उक्त जीवन जीने की इच्छा जागृत होगी। ये ब्लॉग स्पेशली उन लोगो के लिए है जो अपनी लाइफ से हतास हो चुके है डेप्रेसन के शिकार हो चुके है, जो अपनी लाइफ में करना तो बहुत कुछ चाहते है परन्तु किसी न किसी बात के अभाव से कुछ नहीं कर पाते औऱ अपनी लाइफ को निराशामय बनाकर व्यतीत करते है। आशा करती हूँ आप इस कहानी को अंत तक़ पढ़ेंगे औऱ अपना किमती सुझाव देंगे जिससे मै आगे भी इस ब्लॉगिन प्रक्रिया को बनाये रखु।
जी तो मै स्टार्ट करती हु एक ऐसी लड़की की कहानी जिसका जन्म वाराणसी जिले के बसंतपट्टी नामक गांव में हुआ।
इस बच्ची का तिस्कार बचपन से ही स्टार्ट हो गया था और शारीरिक तौर पर भी अन्य बच्चो की अपेक्षा कमजोर थी और उसका सही प्रकार से पोषण न होने के कारन कुपोषण का शिकार हो गयी थी, जिसकी वजह से हमेशा तबियत खराब रहता था। उसकी माँ उसका देखभाल तो करती थी परन्तु कई बार के कामो में व्यस्त के कारन ख्याल नहीं रख पाती थी कभी कभी तो माँ इतना परेशान हो जाती की बोल देती थी तुम मर क्यू नहीं जाती मै तंग हो जाती हु घर का ,खेत का काम करू या दिन भर बस तुम्हे देखु तुम्हारी सफाई करू।
इसी तरह बचपन बीतता गया और बच्ची बड़ी होती गयी अब उसके स्कूल जाने की उम्र हो गई। अब आगे क्या हुआ इस बच्ची के लाइफ में क्या ये आगे पढ़ाई लिखाई कर पाती है? क्या एक नार्मल बच्चे की तरह लाइफ को एन्जॉय कर पाती है? आगे उसकी डेली लाइफ में क्या होता रहा ? ये एक रहस्य है जिसे जानने क लिए आपको डेली बेसिस पर इस ब्लॉग से जुड़े रहना होगा।
और कमेंट में जरूर बताये ऐसे कितने लोग है जो ये जानना चाहते है की आखिर आगे उसके साथ क्या हुआ ?
कृपया इसे अन्य लोगो क पास भी शेयर करे हो सकता है इस कहानी से किसी की लाइफ बदल जाये।
धन्यवाद !
Keep continue
ReplyDeletePlease continue
ReplyDeleteNice post
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