Story of village girl part-3
हैलो दोस्तो
मै अपनी कहानी को कंटिन्यू करती जिसमें हम पढ़ रहे थे एक ऐसे लड़की कि कहानी जो वाराणसी के एक छोटे से गांव की है जो पढ़ना तो चाहती थी लेकिन कोई गाइडलाइंस न होने की वजह से बहुत समस्याओं का सामना करना पड़ा ।
अभी ओ लड़की किसी तरह अपना बारहवीं तक कि पढ़ाई पूरा की उसके बाद ओ हार नहीं मानी बल्कि वहीं गांव के एक स्कूल में पढ़ाना शुरू की जहां उसे ६०० रुपए पर महीने सैलरी मिलती थी जिससे ओ अपने खर्चे चलाती थीं लेकिन इससे उसके पढ़ाई के खर्चे नहीं निकल पा रहे थे तो उसने फिर एक इंग्लिश मीडियम स्कूल में पढ़ाना शुरू की डिग्री न होने के कारण वहां भी ज्यादा सैलरी नहीं मिलती थीं फिर उसने कोचिंग ट्यूशन भी पढ़ाना शुरू किया और बहुत मेहनत करने के बाद २०,००० रुपए इकठ्ठा कर पाए अब उसे अपनी पढ़ाई फिर से शुरू करने की उम्मीद नजर आए और ओ फिर से पॉलीटेक्निक का फॉर्म डाली सारी फॉमिलितीज को अकेले पूरा की और अंततः राजकीय महिला पॉलीटेक्निक लखनऊ में २०१४ में आईटी ब्रांच में एडमिशन लिया ।
गांव की लड़की सिटी में-
अब गांव की लड़की एक सिटी में आ चुकी थी।और स्कॉलरशिप से अपना आगे का एडमिशन जारी रखा २०१७ में ३ वर्षीय कोर्स पूरा होने के बाद भी उसे एक समस्या का सामना करना पड़ा ओ आईटी, सॉफ्टवेयर, कंप्यूटर जैसे शब्दों का मतलब तो समझ गई लेकिन उसका प्लेसमेंट किसी आईटी कंपनी में नहीं हुआ क्यू की उसकी स्टडी के बीच में ४ साल का गैप पहले ही हो चुका था और अब हालात ऐसे थे कि डिप्लोमा पूरा करने के बाद ओ फिर से गांव कि लाइफ नहीं जीना चाहती थी इस तरह अब सिटी में रहना खाना पीना सब उसे खुद मैनेज करना था क्यूकी सुनिता स्वतंत्र होकर जीना चाहती थी .
तो उसके लिए भी समस्याओं का सामना करना पड़ा जब भी किसी कंपनी में जाती इंटरव्यू के लिए सबसे पहले एजुकेशन पूछा जाता, ग्रेजुएशन की डिग्री न होने की वजह से कहीं जॉब नहीं मिलती और फिर लास्ट में उसका टाटा मोटर्स लिमिटेड कंपनी में एक साल कि इंटर्नशिप के लिए सिलेक्शन हुआ जिससे लाइफ थोड़ा आसान हुआ अब उसे स्टाइपेंड मिलना स्टार्ट हुआ फिर उसने सबसे पहले इग्नू से BCA (ग्रेजुएशन) के लिए अप्लाई किया। एक साल बाद इंटर्शिप तो पूरा हो गया लेकिन कोर्स पूरा न होने की वजह से फिर एक बार फाइनेंशियल समस्या सामने आ गया अब ओ ग्रेजुएशन कर रही है ऐसा बोलने के बाद उसे एक कोचिंग में सोशल मीडिया प्रोमोशन, साइट पर कंटेंट डालने का, ग्राफिक डिजाइन करने का जॉब मिला किसी तरह सब कुछ चल रहा था अभी एक साल की स्टडी बची हुई थी अचानक से एक कोरोना नामक महामारी आ गया जिसके वजह से सब कुछ बन्द हो गया और जॉब भी चली गए और पढ़ाई भी वहीं रुकी हुए है।
इन सबसे फ्रस्टेटेड होने के बाद जब सब रास्ते बन्द हो गए अभी ओ खुद से ऑनलाइन ब्लॉग लिखने का काम स्टार्ट कि और ये सोचा कि नहीं कुछ तो कम से कम अपने विचारो को लोगो तक पहुंचाए ।
अब देखना ये है कि आखिर ये लड़की कब सफल हो पाती है अपनी लाइफ में।
क्या कुछ कर पाती है या बस ऐसे ही उसके सारे सपने बस सपनों में ही रह जाएंगे।
आगे जो भी होगा मै आपको अपडेट करती करूंगी कृपया आप हमारे ब्लॉक को फ़ॉलो करे ।
और अगर आप चाहते है मै और भी टॉपिक पर ब्लॉग लिखूं तो उसके लिए कॉमेंट करे ।
धन्यवाद !!